Pune ACB Trap Case | पुणे: रिश्वत लेते सहायक निबंधक कार्यालय के अधिकारी एंटी क्रप्शन के जाल में फंसे
पुणे : Pune ACB Trap Case | जमीन के संदर्भ में कोर्ट में दाखिल दावे पर स्टे ऑर्डर जमा करने के लिए पांच हजार रुपए की रिश्वत मांग कर साढ़े चार हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले सहायक निबंधक संस्था, बारामती कार्यालय के सहकारी अधिकारी को पुणे एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने रंगेहाथ पकड़ा है. यह कार्रवाई शुक्रवार 19 जुलाई को सहायक निबंधक सहकारी संस्था, बारामती की दूसरी मंजिल के प्रशासकीय भवन में की गई. (Pune ACB Trap Case)
पकड़े गए सहकारी अधिकारी का नाम अनिलकुमार संभाजी महारनवर (उम्र ४६) है. इस मामले में 35 वर्षीय व्यक्ति ने पुणे एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता ने जमीन के संदर्भ में विभागीय सह निबंधक सहकारी संस्था पुणे के कोर्ट में दावा किया है. इसमें उन्हें स्टे ऑर्डर मिला है. इस स्टे ऑर्डर की कॉपी जमा करने के लिए शिकायतकर्ता सहायक निबंधक सहकारी संस्था, बारामती के कार्यालय गए थे. इस दौरान सहकारी अधिकारी महारनवर से उन्होंने मुलाकात की. इस दौरान महारनवर ने काम करने व मदद करने के लिए पांच हजार रूपए की रिश्वत मांगी. इसे लेकर शिकायतकर्ता ने पुणे एसीबी से शिकायत की थी.
शिकायतकर्ता की शिकायत के तहत पुणे एसीबी की टीम ने शुक्रवार को गवाहों के सामने जांच की.
जांच के दौरान अनिलकुमार महारनवर ने शिकायतकर्ता से गवाहों के सामने पांच हजार की रिश्वत की मांग कर समझौते के बाद साढ़े चार हजार लेने को तैयार हो गए. शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते महारनवर को रंगेहाथ पकड़ लिया गया. अनिलकुमार महारनवर के खिलाफ बारामती शहर पुलिस स्टेशन स्टेशन में केस दर्ज किया गया है.
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अमोल तांबे, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. शीतल जानवे,
पुलिस उप अधीक्षक नितिन जाधव के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक प्रवीण निंबालकर,
महिला पुलिसकर्मी कोमल शेटे, पुलिस कांस्टेबल तावरे, चालक श्रेणी पुलिस उप निरिक्षक जाधव की टीम ने की.
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