Indrani Balan Foundation | बालगोपालों ने तोड़ी अनूठी ‘साइकिल दहीहांडी’ ! जेधे सोशल वेलफेयर फाउंडेशन व इंद्राणी बालन फाउंडेशन की तरफ से 100 साइकिल जरुरतमंदों में वितरित
पुणे : Indrani Balan Foundation | श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी… हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की… गोपालकृष्ण भगवान की जय… की जयघोष करते हुए ढोल ताशे की धुन में बालगोपालों ने अनूठी साइकिल दहीहांडी तोड़ी. जेधे सोशल वेलफेयर फाउंडेशन (Jedhe Social Welfare Foundation Pune) व इंद्राणी बालन फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रुप से शुक्रवार पेठ के जेधे मैन्शन, पंचमुखी मारुती मंदिर में इस अनूठे साइकिल दहीहांडी का आयोजन किया गया था. (Indrani Balan Foundation)
बालगोपालों ने इस अनूठे साइकिल दहीहांडी को तोड़कर आनंदोत्सव मनाया. इस साइकिल दहीहांडी में १०० साइकिल मावल तालुका के करंजगांव, ब्राम्हणवाडी, मोरमारेवाडी, पालेनामा जैसे अति दुर्गम भाग और पुणे शहर परिसर के जरुरतमंद लड़के लड़कियों को मुफ्त वितरित किए गए. इस मौके पर साइकिल के बीचोबीच क्रेन में बंधे दहीहांडी ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा. रुद्रांग वाद्यपथक (ट्रस्ट), वज्र युवा मंच इन दोनों पथकों ने सदाबहार ढोल बजाए.
इस मौके पर पुनीत बालन ग्रुप के अध्यक्ष व युवा उद्यमी पुनीत बालन, (Young Entrepreneur Punit Balan), अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रवीण पाटिल, (IPS Pravin Patil) पूर्व गृहराज्यमंत्री रमेश बागवे, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक मोहन जोशी, संयोजक कान्होजी दयानंद जेधे, गौरव बोराडे, रोहन कालभोर, सामाजिक कार्यकर्ता शिरीष मोहिते, वैभव वाघ, उमेश सपकाल, मंडल के कार्यकर्ता बलराज वाडेकर, मंगेश कोंढरे, जयराज वाडेकर, साहिल भिंगे, राजवीर जेधे, साईराज नाईक, ऋषिकेश झंवर, प्रीतम परदेशी आदि उपस्थित थे.
युवा उद्यमी पुनीत बालन ने कहा कि आज तक इंद्राणी बालन फाउंडेशन की तरफ से पुणे, सातारा व अन्य जिले के १२ हजार विद्यार्थियों को साइकिल वितरित किए गए है. दुर्गम भाग के विद्यार्थियों को पढ़ने और खेल क्षेत्र में ज्ञान पाने का समय मिले, इसके पीछे का यही उद्देश है. इस बार इस अनूठे साइकिल दहीहांडी के जरिए १०० साइकिल वितरण किए गए है. अगले वर्ष इस उपक्रम में ५०० साइकिल वितरित किए जाएंगे.
प्रवीण पाटिल ने कहा कि अनूठा साइकिल दहीहांडी किस तरह का है, इसकी उत्सुकता बनी हुई थी. प्रत्यक्ष में इस उपक्रम के जरिए सामाजिक भाईचारे को देखकर खुशी हुई. बेहद अच्छे तरीके से त्यौहार, उत्सव मनाने की यह पद्धति मुझे पसंद आई. ग्रामीण भाग के इन बालगोपालों के चेहरे पर साइकिल मिलने की खुशी सुखदायी है.
मोहन जोशी ने कहा कि पूरे पुणे में यह एकमात्र सामाजिक दहीहांडी है. जिसके जरिए समाज हित का विचार होता है. इसमें पुनीत बालन द्वारा की गई पहल प्रशंसनीय है. जेधे सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के तहत हर वर्ष विभिन्न पद्धति से दहीहांडी मनाई जाती है और इसके जरिए समाज के बच्चों को इसका कैसे फायदा हो सकता है इस पर विचार किया जाता है.
कान्होजी जेधे ने बताया कि हर वर्ष कुछ नया करने का हमारा ध्येय रहता है. इस उपक्रम के जरिए हम समाज की कैसे मदद कर सकते है, इसकी ज्यादा दिलचस्पी रहती है. पिछले वर्ष अनूठे खिलौने दहीहांडी से एक हजार से अधिक खिलौने जरुरतमंद बच्चों को दिए गए थे. इस बार साइकिल हांडी के जरिए दुर्गम भाग के बच्चों के आने जाने की समस्या का समाधान करने का प्रयास किया है.