Pune Crime News | शेयर मार्केट व सोने के बिजनेस में आर्थिक नुकसान होने पर सर्राफा ने खुद की दुकान में कहकर डलवाया डाका

धायरी के श्री ज्वेलर्स में डाका डलवाने का पर्दाफाश
पुणे: धायरी के श्री ज्वेलर्स दुकान में बीच दोपहरी तीन लुटेरों खिलौने वाले पिस्तौल से डराकर २२ तोला सोना लुटने की घटना से पुणे सहम गया है. पुलिस ने यह डाका डालने वाले तीन लोगों को पकड़ा है. उनसे की गई पूछताछ में शेयर मार्केट व सोने के बिजनेस में आर्थिक नुकसान होने की वजह से सर्राफा द्वारा यह नाटक रचने का खुलासा हुआ है.
डाका डालने वालों के नाम दिलीप सुभाष मंडलिक (उम्र 3२, नि. परांडेनगर, दिघी), राजेश ऊर्फ राजू चांगदेव गालफाडे (उम्र ४०, नि. लांडेवाडी झोपडपट्टी, भोसरी) और श्याम शेषेराव शिंदे (उम्र 3७, नि. लांडेवाडी झोपडपट्टी, भोसरी) है.
वडगांव धायरी के श्री ज्वेलर्स की दुकान में विष्णु सखाराम दहिवाल से मारपीट कर नकली पिस्तौल से डराकर २० लाख रुपए २२ तोला सोने के लूटने की घटना १५ अप्रैल की दोपहर हुई थी. नांदेड सिटी पुलिस स्टेशन में इसे लेकर केस दर्ज किया गया था. दिनदहाड़े हुई इस डकैती की घटना की समानांतर जांच क्राइम ब्रांच कर रही थी. डाका व वाहन चोरी प्रतिबंधक टीम ने दुकान से लेकर धायरी से दिघी तक रोड के कई सीसीटीवी की जांच कर आरोपियों को पता लगाया. राजेश गालफाडे व श्याम शिंदे को भोसरी से पकड़ा गया. उनसे की गई पूछताछ में उन्होने बताया कि उनसे कहा गया इसलिए उन्होंने डाका डाला. इसके बाद दहिवाल के परिजन दिलीप मंडलिक को पकड़ा गया. उसे विश्वास में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि दुकानदार विष्णु दहिवाले ने हमें सबसे पहले १० हजार रुपए दिए व काम होने पर २ लाख रुपए देने का भरोसा दिया. इसके बाद विष्णु दहिवाल ने पुलिस स्टेशन आकर अपना अपराध कबूल किया.
विष्णु दहिवाल ने बताया कि शेयर मार्केट में निवेश किया था जो पैसा डूब गया. मुझे सोने के बिजनेस में भी भारी नुकसान हुआ है. इसकी वजह से मैं काफी कर्ज में डूबा हूं. अन्य व्यापारी भी दिए गए पैसे वापस में मांगने की वजह से मेरे सामने आत्महत्या करने की नौबत आ गई है. इसलिए मैंने अपने रिश्तेदार दिलीप मंडलिक से कहा कि मेरे दुकान में तुम अपने साथियों के साथ डाका डालो. इसलिए मैंने दुकान के काउंटर व डिस्पले में नकली गहने रखे थे. मेरे दुकान में सोना नहीं है वह नकली गहने है. तुम अपने साथियों के साथ मुझे व कामगार को धमकाकर मारपीट कर उसे लूटकर ले जाओ. इसके बदले मैं तुम्हें पहले १० हजार रुपए देता हूं. काम होने के बाद २ लाख रुपए दूंगा.
यह कर्रवाई पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, सह पुलिस आयुक्त रंजनकुमार शर्मा, अपर पुलिस आयुक्त प्रवीण कुमार पाटिल, अपर पुलिस आयुक्त शैलेश बलकवडे, पुलिस उपायुक्त निखिल पिंगले, संभाजी कदम, सहायक पुलिस आयुक्त अजय परमार के मार्गदर्शन में डाका व वाहन चोरी विरोधी टीम के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संदिपान पवार, सहायक पुलिस निरीक्षक छबु बेरड, राहुल यादव, पुलिस उपनिरीक्षक शिवाजी बुनगे, सहायक पुलिस फौजदार सुनिल चिखले, पुलिस कांस्टेबल प्रशांत काकडे, नवनाथ वणवे, शिवा क्षीरसागर, स्वप्निल मगर, किशोर शिंदे, पुरुषोत्तम गुन्ला, योगेश झेंडे, मोहन मिसाल, निलेश कुलथे, भीमराज गांगुर्डे, उत्तम शिंदे, विजय विरणक, प्रथमेश गुरव, अक्षय जाधव, रोशन मंडले ने की है.