Amol Balwadkar | धुरीकरण मशीन लेकर अमोल बालवडकर महापालिका में पहुंचे; गहरी नींद में सोई मनपा प्रशासन को जगाया (Video)
डेंगू, चिकनगुनिया, जीका और मलेरिया प्रतिबंध के लिए ठोस कदम उठाने की मांग
पुणे / कोथरूड : Amol Balwadkar | शहर में डेंगू, चिकनगुनिया, जीका और मलेरिया का संक्रमण जारी है. कोथरूड भाग में इसके मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. लेकिन पुणे मनपा द्वारा इन इन बीमारियों पर नियंत्रण पाने के लिए उचित ध्यान नहीं दिए जाने की वजह से गहरी नींद में सो रहे प्रशासन को जगाने के लिए पूर्व नगरसेवक अमोल बालवडकर ने सोमवार को महापालिका में धुआ छोड़ने वाली मशीन लेकर पहुंचे थे. महापालिका परिसर में धुआ छोड़कर उन्होंने प्रशासन का ध्यान इस तरफ खींचा. अमोल बालवडकर ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि अब प्रशासन जागेगा और नागरिकों के स्वास्थ्य पर ध्यान देगा.
कोथरूड परिसर में डेंगू, मलेरिया, जीका,चिकनगुनिया जैसी कीटजन्य बीमारियों का प्रादुर्भाव पिछले महीने भर से बढ़ गई है. इसे लेकर मनपा की तरफ से उचित उपाय नहीं किए जाने की वजह से सोमवार 9 सितंबर को मनपा के स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. नीना बोऱ्हाडे से अमोल बालवडकर ने मुलाकात की. साथ ही उनके मरीजों की स्वास्थ्य सेवा में बरती जा रही लापरवाही पर चर्चा की. इससे पूर्व उन्होंने महापालिका परिसर में धुरीकरण कर मनपा के लापरवाह कामकाज का निषेध किया.
महापालिका के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच मुहिम शुरू की जाती है. लेकिन इसके बाद इन बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए किसी भी तरह के ठोस उपाय नहीं किए जा रहे है. इस वजह से सोसायटी, बैठक घर, हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में इन मरीजों का प्रादुर्भाव तेजी से बढ़ रहा है. जांच मुहिम चलाने, नागरिकों को नोटिस भेजना. इतना भर महापालिका के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किया जाता है. लेकिन इसके बाद इन नागरिकों के स्वास्थ्य के उपचार का समय मिलता है क्या ? इसे लेकर किसी तरह के उपाय महापालिका के पास नहीं है. कोथरूड, पाषाण,बाणेर इन परिसर के घर में एक मरीज तो मिल ही रहे है. यह कहना गलत नहीं होगा. सीनियर सिटीजन मरीज, छोटे बच्चों को यह बीमारी होने से परिवार को क्लीनिक के चक्कर लगाने पड़ रहे है. लेकिन समय पर उपचार नहीं मिल रहा है.
कोथरूड परिसर में मनपा का एक भी हॉस्पिटल नहीं होने से यहां के नागरिकों को निजी हॉस्पिटल में उपचार कराना पड् रहा है. इसका खर्च उनके लिए संभव नहीं है. इसे लेकर बार बार प्रशासन से शिकायत के बावजूद पूरी तरह से बनकर तैयार मनपा हॉस्पिटल अभी तक शुरू नहीं किया गया है. प्रशासन को इस तरह की विदारक स्थिति की तरफ ध्यान दिलाने के लिए आज फॉगिंग मशीन लेकर पालिका परिसर में धुआ छोड़ा गया. ताकि नागरिकों की नाराजगी भरी भावना प्रशासन तक पहुंचे. यह बात अमोल बालवडकर ने कही है. इस मौके पर अमोल बालवडकर फाउंडेशन के सदस्य और कोथरूड परिसर के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
कोथरूड परिसर में बड़े पैमाने पर डेंगू, मलेरिया, जीका, चिकनगुनिया जैसी कीट जन्य बीमारी का प्रादुर्भाव बढ़ गया है. कई मरीज उपचार नहीं मिलने की शिकायत कर रहे है. इसके लिए खुद के खर्च से पिछले 15 दिनों से कोथरूड परिसर की कई सोसायटी, बैठक घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठान परिसर में धुरीकरण किया है. इस धुरीकरण क लिए दिन रात कई कॉल आते है. मरीजों की संख्या, उन्हें नहीं मिल रहे उपचार की वजह से नागरिकों को होने वाली परेशानी को प्रशासन को गंभीरता से लेनी चाहिए.
- अमोल बालवडकर (पूर्व नगरसेवक, भाजपा कार्यकर्ता, अध्यक्ष, अमोल बालवडकर फाउंडेशन, कोथरूड)