Ganeshotsav In Kashmir Valley | बाप्पा के आगमन से कश्मीर में आएगी शांति, कश्मीर के गणेश मंडलों का विश्वास (Video)
कश्मीर घाटी के तीन गणेश मंडलों को गणेश मूर्तियां प्रदान, पुणे के सम्मान के मंडलों की उपस्थिति, युवा उद्योजक पुनीत बालन तथा सम्मान के गणेश मंडलों की पहल
पुणे : Ganeshotsav In Kashmir Valley | कश्मीर घाटी में शांति का माहौल बनाने तथा सर्वधर्मीय एकत्रित रहे इस हेतु ‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट‘ के उत्सवप्रमुख तथा युवा उद्योजक पुनीत बालन (Young Entrepreneur Punit Balan) द्वारा पुणे के सात गणपति मंडलों के सहयोग से इस साल दूसरी बार कश्मीर घाटी में गणेशोत्सव मनाया जाएगा। उसकेलिए कश्मीर में तीन जगहों पर होनेवाले गणेशोत्सव के लिए पुणे के सम्मान के गणेश मंडलों की गणेश मूर्तियां विधीवत पूजा कर मंडल के कार्यकर्ताओं को प्रदान की गई।
कश्मीर स्थित लाल चौक में पिछले साल डेढ़ दिनों का गणेशोत्सव मनाया गया था। इस साल तीन जगहों पर यह उत्सव मनाया जाएगा। उनमें साऊथ कश्मीर अनंतनाग स्थित गणेश मंडल इस साल 5 दिनों का गणेशोत्सव मनाएगा। इन तीनों गणेश मंडलों को शनिवार को पुणे के सम्मान के गणपतियों की मूर्तियां विधीवत पूजा कर प्रदान की गई हैं। पुणे के सम्मान के दूसरे तांबड़ी जोगेश्वरी गणेश मंडल की प्रतिकृति कश्मीर स्थित लाल चौक में ‘गणपतीयार ट्रस्ट’ को दी गई है।
जबकि सम्मान के तीसरें गणपति ‘गुरूजी तालीम गणेश मंडल’ची प्रतिकृति कुपवाड़ा स्थित गणेश मंडल को दी गई है। साथ ही सम्मान के चौथें ‘तुलसीबाग गणेश मंडल’ की प्रतिकृति साऊथ कश्मीर, अनंतनाग स्थित गणेश मंडल को दी गई है। कश्मीर घाटी के गणेश मंडलों के पदाधिकारी मोहित भान, संदीप रैना, संदीप कौल, नितीन रैना को उक्त मूर्तियां प्रदान की गई हैं।
इस समय युवा उद्योजक तथा ‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट’के उत्सव प्रमुख पुनीत बालन समेत सम्मान के पहले कसबा गणपति मंडल के श्रीकांत शेटे, तांबड़ी जोगेश्वरी मंडल के प्रसाद कुलकर्णी, गुरुजी तालीम मंडल के प्रविण परदेशी, तुलसीबाग गणपति मंडल के विकास पवार, नितीन पंडीत, केसरीवाड़ा मंडल के अनिल सपकाल तथा पुणे के प्रसिध्द अखिल मंडई मंडल के पदाधिकारी, ज्येष्ठ कार्यकर्ते अण्णा थोरात उपस्थित थे।
इस समय ‘अखिल मंडई मंड़ल’ के अण्णा थोरात ने कहा कि, ‘‘ हम सब का गणेशोत्सव विश्व में पहुंचा हुआ है। लेकिन अशांत कश्मीर में यह गणेशोत्सव केवल पुनीतजी बालन के कारण ही फिर से शुरू हुआ है। इसके लिए उनका अभिनंदन। कश्मीर में सभी धर्म के लोग एकत्रित आकर उक्त गणेशोत्सव मनाते है। जिस तरह से पुणे के गणेशोत्सव की नींव
श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी ने रखीं। उसी तरह से कश्मीर में गणेशोत्सव की नींव पुनीत बालन ने रखी हैं।’’
कसबा गणपति मंडल के श्रीकांत शेटे ने कहा कि, ‘‘कश्मीर भारत का नंदनवन है। इस साल फिर से पुनीतजी के माध्यम से यह गणेशोत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए उनका अभिनंदन करता हूं। पुणे के गणेशोत्सव की पंरपरा उन्होंने कश्मीर तक पहुंचाने का बड़ा काम किया है।’’
कश्मीर स्थित गणपतियार गणेश मंडल के मोहित भाने ने कहा कि, गणपति बाप्पा का आशीर्वाद और पुनीतजी के सहयोग से हम यह गणेशोत्सव मनाते है। इसका हमें आनंद है। इस गणेशोत्सव के कारण यहां के सभी धर्म के लोग एकत्रित आएंगे और अशांति बने हुए परिसर में शांति आएगी।’’
संदीप रैना ने कहा कि, ‘‘कश्मीर में पहली बार अनंतनाग में गणेशोत्सव मनाया जाएगा। इस उत्सव में हमारे परिसर स्थित महाविद्यालयीन युवाएं भी शामिल होंगे। अधिकतम युवाएं महाराष्ट्र में ही पढ़े हुए हैं। जिस कारण उनसे इस गणेशोत्सव को अच्छा प्रतिसाद मिलेगा। ऐसी अपेक्षा है।’’
‘‘पुणे के प्रमुख सात गणपति मंडल के सहयोग से पिछले वर्ष कश्मीर स्थित लाल चौक से गणेशोत्सव की शुरूआत की गई थी। आतंकी कार्रवाईयों से निडर मंडल के कार्यकर्ताएं मेरे पास आए और शांति की इस पहल को आगे ले जाने के लिए अनुरोध किया। उन्होंने ही इस साल कश्मीर में तीन जगहों पर यह उत्सव मनाने का अनुरोध किया था। जिस कारण पुणे की सांस्कृतिक परंपरा का जतन करनेवाला यह उत्सव कश्मीर में भी मनाया जा रहा है। कश्मीर की घाटी में वह बढ़ रहा है। इस बात का मुझे आनंद है। इस गणेशोत्सव के कारण भारत का स्वर्ग होनेवाले कश्मीर में शांति बनी रहे यही मेरी बाप्पा के चरणों में प्रार्थना है। ’’
- पुनीत बालन (उत्सवप्रमुख एवं ट्रस्टी, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट)