Ganeshotsav In Kashmir Valley | कश्मीर घाटी में इस बार भी 3 जगहों पर मनाया जाएगा गणेशोत्सव; युवा उद्यमी पुनीत बालन ने दी जानकारी
पुणे शहर के 7 मान के गणेश मंडलों की पहल
पुणे : Ganeshotsav In Kashmir Valley | भारत के नंदनवन काश्मीर घाटी में इस बार भी लगातार दूसरे वर्ष सार्वजनिक गणशोत्सव मनाया जाएगा. खास बात यह है कि इस वर्ष अब तीन जगहों पर उत्सव मनाया जाएगा. इन मंडलों को आने वाले शनिवार 31 अगस्त को पुणे के मान के गणपति की मूर्ति सौंप दी जाएगी. पुणे शहर के सात गणेश मंडलों में पुणे के कसबा गणपति, तांबडी जोगेश्वरी, गुरुजी तालीम, तुलशीबाग गणपति, केसरी वाडा, ये मान के पांच गणपति और श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति और अखिल मंडई मंडल इन सात मंडलों में शामिल है.
‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट’ के (Shrimant Bhausaheb Rangari Ganpati Trust) उत्सव प्रमुख और ट्रस्टी पुनीत बालन (Punit Balan) ने यह जानकारी दी है. पुणे से शुरू हुआ सार्वजनिक गणेशोत्सव अब सात समुद्र पार पहुंच गया है. दुनियाभर में कई जगहों पर गणेशोत्सव बड़े उत्साह से मनाया जाता है. लेकिन भारत के अविभाज्य अंग काश्मीर घाटी में पिछले 3४ वर्ष से गणेशोत्सव नहीं मनाया जा रहा था. इस बात को ध्यान में रखकर काश्मीर में फिर से गणेशोत्सव मनाने के लिए युवा उद्यमी पुनीत बालन ने पहल की है. पुणे के मान के सात गणपति मंडलों ने एकसाथ आकर इसके लिए कदम उठाया और पिछले वर्ष कश्मीर के लाल चौक में गणपतियार मंदिर में डेढ़ दिन का गणपति उत्सव मनाया गया. अब इस वर्ष भी कुपवाडा व अनंतनाग इन दोनों जगहों पर पांच दिन का गणेशोत्सव मनाया जाएगा. पहले वर्ष मान के पहले गणपति कसबा गणपति की मूर्ति बिठाई गई थी. अब इस वर्ष क्रमश: मान के दूसरे गणपति तांबडी जोगेश्वरी, मान के तीसरे गणपति गुरुजी तालीम व मान के चौथे गणपति तुलशीबाग के मूर्ती इसके लिए सौंपी जाएगी. आने वाले शनिवार को काश्मीर के इन तीनों मंडलों के कार्यकर्ताओं को यह मूर्ति प्रदान करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. यह जानकारी पुनीत बालन ने दी है.
‘‘काश्मीर में 3४ वर्ष के बाद पिछले वर्ष से हमने फिर से गणेशोत्सव शुरू किया. इस वर्ष पुणे के सात गणेश मंडलों के सहयोग से और दो जगह कुपवाडा व अनंतनाग में पांच दिन का गणेशोत्सव मनाया जाएगा. इस उपक्रम के एक भाग के तौर पर हमें दिल से खुशी और संतोष है. गणपति बाप्पा की कृपा से कश्मीर घाटी में शांति बहाल होगी और समृद्धि जाएगी, इसका विश्वास है.’’
- पुनीत बालन (उत्सव प्रमुख व ट्रस्टी, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट)