Indrani Balan Foundation | गांवों और बस्तियों के सतत विकास के लिए गोपालन और बायोगैस; पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक का मिला बड़ा सहयोग
ग्रामविकास गतिविधि प्रणीत ग्रामाविकास समिति और इंद्राणी बालन फाउंडेशन की पहल से शुरू किए गए बायोगैस प्लांट की राज्यभर में चर्चा; प्रधानमंत्री द्वारा संज्ञान लिए जाने वाला प्रोजेक्ट
नाशिक : Indrani Balan Foundation | अक्षय ऊर्जा के स्रोत बायोगैस (Biogas) से म्हेलुस्के (ता. दिंडोरी) में 20 देशी गोपालकों ने केमिकल मुक्त कृषि का संकल्प लिया है. ग्रामविकास गतिविधि (Gram Vikas Gatividhi) प्रणीत ग्रामाविकास समिति (Gramin Vikas Samiti) की पहल और सुप्रसिद्ध युवा उद्यमी पुनीत बालन (Young Entrepreneur Punit Balan) के सामाजिक संस्था इंद्राणी बालन फाउंडेशन के प्रयास से म्हेलुस्के (ता. दिंडोरी) गांव 20 किसानों को बायोगैस प्लांट का वितरण किया गया. भले ही यह एक छोटा सामाजिक, आर्थिक उपक्रम लग रहा हो, इसके बावजूद शाश्वत ग्रामविकास और गोपालन के विस्तार के लिए इस उपक्रम का काफी महत्व है.
लोगों के सहयोग से इस समिति ने यह सफल प्रयोग किया है. इस प्रोजेक्ट के लिए नाशिक के पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक (IPS Sandeep Karnik) की मदद महत्वपूर्ण साबित हुई है. इस बायोगैस प्रोजेक्ट से किसानों को फायदा हो रहा है. बायोगैस प्रदूषण मुक्त है. इससे मिलने वाली स्लरी खेती के लिए सेंद्रीय खाद के तौर पर उपयोगी साबित हो रही है. इसके जरिए कुछ किसान विषमुक्त सब्जियो का उत्पादन कर रहे है. इस बायोगैस मशीन की कीमत 30 से 40 हजार के आसपास है. 20 यूनिट्स की मांग के बाद इसी गांव के सौ परिवारों ने अब बायोगैस यूनिट की मांग की है. गाय की उपयोगिता को समझते हुए गाय के संवर्धन के लिए गांव ने पहल की है.
बायोगैस मशीन के लिए पहल करने वाली ग्रामविकास समिति सरकार से बिना किसी तरह की मदद लिए लोगों के सहयोग पर जोर देती है. वृक्षारोपण के साथ बच्चों के लिए लाइब्रेरी, किसानों के लिए विभिन्न उपक्रम, बस्ती स्कूल, एकल विद्यालय, जरूरतमंदों की मदद जैसे कई उपक्रम समिति द्वारा किए जाते है. लेकिन इस समिति द्वारा लाए गए बायोगैस प्रोजेक्ट की चर्चा ग्रामीण भागों में शुरू हो गई गई. गोसेवा का व्रत हाथ में ले चुकी सरकार से यह प्रोजेक्ट राज्यभर में चलाने की मांग की जा रही है. लोगों के सहयोग से खड़े किए गए इस प्रोजेक्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) संज्ञान लेंगे. यह विश्वास समिति के पदाधिकारियों को है. इन गोपालकों को लोगों के सहयोग से ग्रामविकास गतिविधि व ग्रामविकास समिति के प्रयासों से इंद्राणी बालन फाउंडेशन के फंड से बायोगैस प्लांट का वितरण किया गया है. इसे भी उतना ही प्रशंसनीय मानना होगा.
नाशिक शहर, आसपास के परिसर में गोवंश हत्याबंदी कानून को अमल में लाने का काम आयुक्त संदीप कर्णिक ने बेहद सक्षमता से किया है. पिछले छह महीने में शहर के हजारों गायों का कत्ल होने से रोकने में नाशिक पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में जब्त किए गए गाय किसानों से संबंधित गौशालाओं को देने का प्रयास किया जाएगा. यह रुख संदीप कर्णिक ने अपनाया है. ऐसे में कर्णिक के निर्णय की प्रशंसा की जा रही है. नाशिक पुलिस आयुक्त द्वारा अपनाए गए रुख का राज्य के अन्य आयुक्तालय में और पुलिस अधीक्षक क्षेत्र में भी अपनाया जाए. यह भावना समिति के पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं द्वारा व्यक्त की जा रही है. गांवों के शाश्वत विकास के लिए यह प्रोजेक्ट आवश्यक साबित होगा.
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