Parvati Assembly Election 2024 | पर्वती निर्वाचन क्षेत्र में ‘एक मराठा लाख मराठा’ की चर्चा से अंतिम फेज में चुनौती बढ़ेगी

0
Ashwini Nitin Kadam

पुणे : Parvati Assembly Election 2024 | पर्वती निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट में बगावत होने से भाजपा का रास्ता आसान हो गया है. लेकिन इसी दौरान मराठा समाज द्वारा ग्राउंड लेवल पर ‘एक मराठा, लाख मराठा’ का नारा देने से चुनौती बढ़ती हुई नजर आ रही है. (Parvati Assembly Election 2024)

पर्वती निर्वाचन क्षेत्र की सीट पहले आरक्षित थी. इस वजह से 20 वर्ष मराठा व अन्य ओपन गुट से उम्मीदवारों को मौका नहीं मिला. २००९ में पुनर्रचना के बाद यह विधानसभा ओपन हो गया. तभी से ही भाजपा शिवसेना युति की माधुरी मिसाल को लगातार तीन यहां से विधायक बनी है. इस बार महायुति ने उन्हें एक बार फिर से मौका दिया है. २०२९ में निर्वाचन क्षेत्र की फिर से रचना होगी. नया कौन सा भाग जोड़ा जाएगा इस पर इस निर्वाचन क्षेत्र का भविष्य तय होगा.

निर्वाचन क्षेत्र में सर्वाधिक मराठा समाज के वोटर है. पिछले 3५ वर्ष में एक भी प्रतिनिधित्व नहीं मिलने का दुख मराठा समाज को है. इस वजह से अब आखिरी मौके के तौर पर मराठा समाज एकजुट नजर आ रहे है. इसके लिए पिछले कुछ महीने मनोज जरांगे पाटिल के चल रहे मराठा आरक्षण मुहिम को बल मिल रहा है. इससे पूर्व हुए मराठा आरक्षण आंदोलन में संगठन के भाजपा के पक्ष में झुका नजर आया था. जरांगे पाटिल के आंदोलन के बाद मराठा समाज के प्रमुख ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ रोष नजर आ रहा है. यही बात लोकसभा चुनाव के परिणाम में नजर आया था. विधानसभा चुनाव में भी यह गुस्सा बरकरार है.

इसी गणित को सामने रखकर पर्वती में मराठा उम्मीदवार के साथ ताकत खड़ी करने के लिए गणित बिठाया जा रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट के सचिन तावरे ने भी यही गणित सामने रखकर तैयारी शुरू की थी. लेकिन पार्टी ने पिछले चुनाव में मिली हार का सामना करने वाली अश्विनी कदम को फिर से उम्मीदवार बनाया है. वह भी मराठा समाज की बहू है. तावरे ने निर्दलीय नामांकन किया है. आखिरी दिन नाटकीय घटनाक्रम के बाद तावरे का नामांकन बरकरार रहा. राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष अंकुश काकडे ने कहा है कि तावरे पीछे हट गए है. इसलिए कदम को समर्थन देने की घोषणा की है.

इसे देखते हुए मराठा आरक्षण लड़ाई को स्थानीय नेताओं ने आगे रखकर मराठा समाज को संगठित करने का प्रयास शुरू किया है. आगामी महापालिका चुनाव में भी इसका फायदा होगा. इस दृष्टि से इसका फायदा होने का गणित लगाया जा रहा है. इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने मराठा कार्यकर्ताओं को संगठित करने के लिए कदम उठा रहे है.

Sharad Pawar News | ‘आपको धमकाते है तो मुझे बताए’, शरद पवार भड़के; कहा,”
मुझे उस रास्ते में जाना नहीं है, लेकिन…”

Hadapsar Assembly Election 2024 | महायुति के ‘पुरंदर’ की लड़ाई का रायता ‘हडपसर’में फैलने की आशंका!


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed