R.M. Dhariwal Foundation | आर. एम. धारीवाल फाउंडेशन का वृक्ष पुनर्रोपण अभियान ! फाउंडेशन की अध्यक्षा जान्हवी धारीवाल बालन ने अभियान के बारे में दी विस्तृत जानकारी; हरित उपक्रम सशक्त बनाने के लिए किया यह आह्वान

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Janhavi Dhariwal Balan

पुणे : R.M. Dhariwal Foundation | आर. एम. धारिवाल फाउंडेशन द्वारा पुणे स्थित मुख्यालय में पिछले 40 वर्षों से श्री रसिकलाल एम. धारिवाल (Rasiklal M. Dhariwal) और श्रीमती शोभा आर. धारिवाल (Shobha Rasiklal Dhariwal) के दूरदर्शी नेतृत्व में लगातार काम किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में 50 से अधिक संस्थानों के माध्यम से फाउंडेशन ने लाखों जिंदगियों पर सकारात्मक असर डाला है। (R.M. Dhariwal Foundation)

आज फाउंडेशन की अध्यक्ष जान्हवी धारिवाल बालन (Janhavi Dhariwal Balan) इस विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। बड़े और परिपक्व पेड़ों को काटने से बचाना और उन्हें पुनर्रोपित करना यह उनका नया और सशक्त मिशन है । इस उपक्रम को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल, पुणे महानगरपालिका, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है।

भारत में प्रतिदिन विकास कार्यों, सड़कों, निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के नाम पर पेड़ काटे जाते हैं। हर परिपक्व पेड़ का खोना हमारे पर्यावरण के लिए बड़ा नुकसान है। लेकिन उम्मीद है वृक्ष पुनर्रोपण से इन पेड़ों को नया जीवन मिल सकता है। एक परिपक्व पेड़ प्रतिदिन 4 लोगों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन उत्पन्न करता है। हर एक पेड़ हर साल 10–40 किलो CO2 सोखता है। सावधानी से किए गए पुनर्रोपण से 80% पेड़ जीवित रह सकते हैं। अब तक आरएमडी फाउंडेशन ने पुणे रिंग रोड, मुंढवा, घोरपडी और बी. जी. शिर्के रोड जैसे क्षेत्रों में 2,100 से अधिक परिपक्व पेड़ों का सफल पुनर्रोपण किया है।

लेकिन आने वाली चुनौतियां और भी बड़ी है

172 किमी लंबे पुणे रिंग रोड प्रोजेक्ट में हजारों पेड़ों को काटे जाने का अंदाजा जताया गया है। आपकी मदद से इन पेड़ों को बचाया जा सकता है। यह कार्य कोई भी एक व्यक्ती, एक संस्था की क्षमता से अधिक आहे। इसलिए अनेक संस्थाएं, कंपनियों तथा समाज को एकत्रित आकर यह कार्य आगे ले जाना होगा।

आप वृक्ष पुनर्रोपण अभियान में निम्न दिए हुए मार्गों का स्वीकार कर आप योगदान दे सकते हैं।

वृक्ष पुनर्रोपण के लिए आर्थिक सहयोग करें :

आपकी मदद से पेड़ों को सुरक्षित स्थानों – कृषि भूमि, सेना की जमीन या जंगलों में – ले जाकर संरक्षित किया जा सकेगा। एक पेड़ के पुनर्रोपण के लिए उसकी उम्र और आकार के अनुसार रु. 5000 से 40,000 इतना खर्च आता है।

एक पेड़ गोद लें :

किसी प्रत्यारोपित पेड़ को 2 साल तक प्रायोजित करें, ताकि उचित देखभाल से उसकी लगभग 100% जीवित रहने की संभावना बढ़ सके। पुनर्रोपित करने के बाद से ही 20, 25, 30 वर्ष उम्र के परिपक्व पेड़ का लाभ आपको मिलेगा।

पेड़ों के लिए जगह उपलब्ध कराएं :

यदि आपके पास जमीन या परिसर उपलब्ध है, तो आप प्रत्यारोपित पेड़ों की मेजबानी कर सकते हैं और उन्हें बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

जागरूकता फैलाएं :

इस अभियान को लेकर अधिक से अधिक लोगों तक संदेश पहुंचाएं, समान विचारधारा वाले लोगों को जोड़ें और इस हरित आंदोलन को मजबूत करें।

आईए, आज ही कदम उठाएं – ताकि विकास और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकें।

अधिक जानकारी के लिए देखें: www.rmdfoundation.org.in/tree-transplantation

हमसे जुड़ें। हमारा साथ दें। मिलकर पेड़ों को बचाएं और भविष्य सुरक्षित करें ।

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