Shrimant Bhausaheb Rangari Ganpati | उत्साहपूर्ण वातावरण में श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति बाप्पा विराजमान; प्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर के हाथों हुई प्राण प्रतिष्ठा (Videos)
ढोल-ताशे की धुन और पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने खींचा बाप्पा का रथ
पुणे : Shrimant Bhausaheb Rangari Ganpati | हिंदूस्तान के पहले सार्वजनिक गणपति ‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी सार्वजनिक ट्रस्ट’ के बाप्पा शनिवार को भारी उत्साहपूर्ण वातावरण में हजारों भक्तों की उपस्थिति में ‘वरद विघ्नेश्वर वाड्यात’ में विराजमान हुए. प्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर के हाथों दोपहर पौने एक बजे मंत्रोच्चार के बीच प्राण प्रतिष्ठा की गई. इससे पूर्व बाप्पा की ढोल-ताशा टीम की धुन में बड़े थाटबाट से जुलूस निकली थी. इसमें हजारों भक्त शामिल हुए थे.
सुबह सवा आठ बजे ट्रस्ट के उत्सव प्रमुख व ट्रस्टी पुनीत बालन व जान्हवी धारीवाल – बालन दंपति के हाथों श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति के बाप्पा की विधिवत पूजा व आरती हुई. इसके बाद भवन परिसर में किन्नरों के पथक ‘शिखंडी’ की तरफ से दस मिनट तक जोरदार जश्न मनाया गया. इस दौरान भवन परिसर का वातावरण भक्तिमय हो गया था. इसके बाद गुलाब की रंग बिरंगी फूलों से सजी पारंपारिक रथ पर बाप्पा के जुलूस की शुरुआत हुई. छत्रपति शिवाजी महाराज रोड पर यह जुलूस पहुंचने पर बाप्पा के स्वागत के लिए ढोल-ताशा पथकों द्वारा किए गए वादन और ‘श्री शिवाजीराजे मर्दानी आखाडा’ पथक द्वारा पेश किए गए मर्दानी खेल प्रत्येक चौक में भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहा. उनके द्वारा लाठी-डंडे, तलवार बाजी, दांडपट्ट की प्रस्तुति दी गई. पुणेकर भक्तों ने इस जुलूस को देखने के लिए काफी भीड़ की थी.
यह गणेशोत्सव का 133 वां वर्ष है. पहली बार श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति बाप्पा के जुलूस में रथ में बैलों की जोड़ी नहीं लगाई गई. इसकी बजाए रथ को मंडल के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, बालन दंपति ने अपने हाथों से खींचा.
जुलूस शिवाजी रोड होते हुए बुधवार चौक, तांबडी जोगेश्वरी मंदिर, अप्पा बलवंत चौक, बाजीराव रोड होते हुए दोबारा ‘वरद विघ्नेश्वर वाडा’, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट में पहुंची. इसके बाद प्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर के हाथों श्री गणेश की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा हुई. प्रमुख ट्रस्टी व उत्सव प्रमुख पुनीत बालन और उनकी पत्नी सौ. जान्हवी बालन-धारीवाल के हाथों ‘श्री’ की आरती की गई. प्राण प्रतिष्ठा के बाद कैलाश खेर ने भक्तों द्वारा की गई मांग पर कुछ गाने गाए. भक्तों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया.
जुलूस की शुरुआसत लाठीडंडे, मर्दानी खेल व शंखनाद से हुई. इसके बाद सात पथकों द्वारा श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी भवन के सामने ढोल-ताशे की सलामी दी गई. शिवमुद्रा, वाद्यवृंद, मानवंदना, श्री, नु.म.वी, कलावंत, श्रीराम जैसे ढोल ताशा पथक रंगारी बाप्पा के जुलूस में शामिल हुए थे. उनके वादन ने मध्य क्षेत्र के परिसर को हिलाकर रख दिया. इस दौरान विभिन्न क्षेत्र के मान्यवर उपस्थित थे. इस मौके पर पद्मश्री कैलाश खेर व पुनीत बालन स्टुडिओज की गजवंदना प्रदर्शित की गई.
‘‘हम सभी लोग आतुरता से जिस दिन का इंतजार कर रहे थे वह आज का सबसे आनंदायी दिन था. बड़े भक्ति भाव से बाप्पा का आज आगमन हुआ. प्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर के शुभ हाथों बाप्पा की प्राण प्रतिष्ठा की गई. पूरे उत्सव के दौरान अलग अलग सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रम होंगे. इसलिए यह विनंती है कि आधिक से अधिक भक्त बाप्पा के दर्शन का लाभ उठाए.’’
- पुनीत बालन (उत्सव प्रमुख व ट्रस्टी श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट)
श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति की प्राण प्रतिष्ठा करने का सम्मान मुझे मिला. मेरे हाथों प्राण प्रतिष्ठा मतलब मुझे बाप्पा से मिला आशीर्वाद लग रहा है. हमारी भारत भूमि पवित्र और अध्यात्मिक बने, हमें नैसर्गिक आपदा से बचाए और हमारी भूमि सुरक्षित रखे ऐसी प्रार्थना मैंने बाप्पा से की.
- कैलाश खेर (प्रसिद्ध गायक)