Pune ACB Trap Case | पुणे: 4 करोड़ रुपये की आर्थिक धोखाधड़ी के मामले में मांगी गई 2 करोड़ की रिश्वत; पहला किस्त लेते हुए पिंपरी चिंचवड़ आर्थिक अपराध शाखा के पीएसआई गिरफ्तार, सतर्कता सप्ताह में बड़ी कार्रवाई
पुणे : Pune ACB Trap Case | 4 करोड़ रुपये की आर्थिक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों की मदद के बदले 2 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा कार्रवाई करते हुए पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस उपनिरीक्षक प्रमोद चिंतामणि को रिश्वत की पहली किस्त लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। (PSI Pramod Ravindra Chintamani)
यह कार्रवाई सतर्कता जनजागृति सप्ताह (27 अक्टूबर–2 नवंबर) के दौरान की गई, और इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
गिरफ्तार अधिकारी का नाम प्रमोद रविंद्र चिंतामणि (आयु 44, निवासी सोपान रेसिडेंसी, गंगोत्री पार्क, दिघी रोड, भोसरी) बताया गया है।
मामले को लेकर एक वकील ने एसीबी को शिकायत दी थी।
जानकारी के मुताबिक, बाणेर की एक कंपनी के प्रबंध निदेशक से आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का फर्जी कॉन्ट्रैक्ट नोट भेजकर लगभग 4.97 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी।
प्रारंभ में 99 लाख रुपये लौटाकर आरोपीयों ने विश्वास हासिल किया, लेकिन बाद में करीब 3.98 करोड़ रुपये की ठगी की गई।
यह अपराध 1 जनवरी 2023 से 31 जुलाई 2024 के बीच हुआ था।
बावधन पुलिस थाने में मामला दर्ज कर जांच पीएसआई प्रमोद चिंतामणि को सौंपी गई थी। उन्होंने वकील से आरोपी की मदद करने और जमानत प्रक्रिया में सहायता के लिए पहले 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगी, जो बाद में 2 करोड़ रुपये तक बढ़ाई गई।
इसमें से 1 करोड़ रुपये अपने लिए और 1 करोड़ रुपये अपने वरिष्ठ निरीक्षक के लिए मांगे गए थे।
2 नवंबर 2025 को चिंतामणि ने शिकायतकर्ता को रास्ता पेठ के उंटाड्या मारुति मंदिर के सामने पहली किस्त देने के लिए बुलाया।
ACB टीम ने जाल बिछाकर 46.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए चिंतामणि को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ समर्थ पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक शिरीष सरदेशपांडे, अपर पुलिस अधीक्षक अजीत पाटील और अर्जुन भोसले के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक प्रसाद लोणारे व उनकी टीम ने की।
पुलिस निरीक्षक अविनाश घरबुडे आगे की जांच कर रहे हैं।
